रविवार, २७ सप्टेंबर, २०२०

रोही पंचाक्षरी... कर्म मन ज्ञान|ऋतू वसंत

रोही पंचाक्षरी आयोजित 
स्पर्धे साठी
विषय - कर्म मन ज्ञान
पंचाक्षरी 

कर्मात देव
सत्कर्मी ठेव
करा विचार 
तो एकमेव

मन चंचल
नको विचल
ठेवा काबुत 
तया अचल

सुख ज्ञानात
द्यावे दानात
मिळे आनंद
खरा मनात

ज्ञान धर्माने
कर्म  ज्ञानाने
मुल्य जीवनी
जाणा मर्माने
                       
 होताची ज्ञानी
 बदले  वाणी
  वाटे जनांना
  गंगेचे  पाणी

  मन मागण्या         
  कर्म करण्या         
  ज्ञानी व्हा सदा     
  सुखी जगण्या    


वैशाली वर्तक
अहमदाबाद (गुजरात )
8141427430




काव्य पुष्प साहित्य मंच समूह
आयोजित
५१ वी काव्य लेखन स्पर्धा
*स्पर्धेसाठी* 
विषय.. वसंत ऋतु
दि २३/३/२४
रोही पंचाक्षरी
विषय -- ऋतु वसंत
काव्य प्रकार..रोही पंचाक्षरी
 शीर्षक.*वसंत राजा*
   

येता बहर
फिरे नजर 
पानो पानात 
भासे कहर          १    

नवी पालवी 
सृष्टी  खुलवी
ऋतु वसंत 
मना मोहवी       २       

सदा असावा
मनी ठसावा
वसंत ऋतु 
तो आठवावा      ३     

कोकील गान 
 हरपे भान 
 वसंतातील 
ऐकावे छान      ४      

मंद पवन  
वनी  गुंजन
सहा ऋतुचे 
ऐकू कथन        ५    

नूतन वर्ष  
मनात हर्ष 
येता वसंत
हा परामर्श         ६     

तो ऋतुराज
वेगळा साज
ऋतू  वसंती.   ७
दिसतो  आज 

वैशाली वर्तक
अहमदाबाद 
गुजरात


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